Monday, October 03, 2005

बब्बर शेर

अऱ्ज किया हैं,

"हमने आपकी नींद चुरायी । बनके चितचोर ।"

वा वा! क्या बात है!

"हमने आपकी नींद चुरायी । बनके चितचोर ।"

अब आगे भी बताओगे? कैसे शायर है!

"हमने आपकी नींद चुरायी । बनके चित--चोर ।"
"उसके बाद सोये हम इतने । सजा मिली घनघोर ।"

वा वा! मार ही डालोगे!

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